बीएचयू में डाक्टर फिरोज खान की नियुक्ति के खिलाफ राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र
बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में डाक्टर फिरोज खान की नियुक्ति पर पूर्व शिक्षकों और संस्कृत के विद्वानों ने भी आपत्ति कर दी है। उन्होंने राष्ट्रपति और बीएचयू के विजिटर रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर नियुक्ति रद करने का आग्रह किया है। इसी आशय का पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी लिखा गया है।
पूर्व संकाय प्रमुख प्रो. रेवा प्रसाद द्विवेदी, प्रो.कमलेश दत्त त्रिपाठी, पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो.जयशंकर लाल त्रिपाठी, प्रो. आरसी पंडा, प्रो. केके शर्मा, प्रो. रामचंद्र पांडेय, प्रो. बाल शास्त्री, प्रो. हृदय रंजन शर्मा, प्रो. विश्वनाथ भट्टाचार्य, प्रो. मनुदेव भट्टाचार्य समेत 50 पूर्व संकाय अध्यक्षों और विभागाध्यक्षों ने पत्र पर हस्ताक्षर किया है। इनमें कई एमरेट्स प्रोफेसर हैं। राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा कि संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के धार्मिक साहित्य विभाग में गैर हिन्दू की नियुक्ति बीएचयू के संस्थापक मालवीय जी की भावनाओं, काशी की विद्वत परंपरा तथा बीएचयू के एक्ट और परंपरा के विरुद्ध है।
ऐसा पिछले सौ साल के बीएचयू के इतिहास में कभी नहीं हुआ। उन्होंने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि भूलवश हुई नियुक्ति को रद करने के लिए बीएचयू प्रशासन को निर्देशित करें। उन्होंने कहा कि बीएचयू के कला संकाय, आयुर्वेद संकाय और महिला महाविद्यालय में भी संस्कृत विभाग हैं। वैदिक विज्ञान केंद्र और भारतीय अध्ययन केंद्र में भी संस्कृत पीठ है। सम्बद्ध कॉलेजों में भी संस्कृत विभाग हैं। इसमें किसी भी मत-पंथ और विदेश के विद्वानों की नियुक्ति विधि मान्य है। संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय की स्थापना केवल सनातन धर्म जैन-बुद्ध-सिख की परंपराओं की रक्षा और इसके संवर्धन के लिए है। इस संकाय द्वारा समस्त हिन्दू विद्यार्थियों को उनके धर्म की शिक्षा प्रदान की जाएगी। यह भावना बीएचयू अधिनियम की धारा-4 में संरक्षित और प्रवर्तित है।
छात्र बोले, संस्कृत के अन्य विभाग में की जाए डॉ. फिरोज की नियुक्ति
बीएचयू प्रशासन ने डॉ. फिरोज की नियुक्ति के विरोध में चल रहा धरना तो समाप्त करा दिया लेकिन छात्रों का विरोध जारी है। रविवार दोपहर रुइया छात्रावास के खेल मैदान में छात्रों की सभा में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. फिरोज खान की नियुक्ति का विरोध जताया गया। छात्र 25 नवंबर को परिसर स्थित विश्वनाथ मंदिर में 10 बजे रुद्राभिषेक करेंगे। शाम को चार बजे लंका स्थित महामना की प्रतिमा के पास विरोध सभा होगी।
सभा में छात्रों ने कहा कि नियुक्ति रद होने तक विरोध जारी रहेगा। उन्होंने तर्क दिया कि बीएचयू में इस संकाय के अलावा संस्कृत भाषा के लिए अलग विभाग हैं। वहां डॉ. फिरोज को नियुक्त कर दिया जाए। धर्म विज्ञान संकाय में गैर हिंदू की नियुक्ति ठीक नहीं है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में पूर्व शिक्षकों ने भी संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय की स्थापना के उद्देश्यों का जिक्र करते हुए नियुक्त रद करने की मांग की है।
वार्षिक परीक्षा पर मंडरा रहा बहिष्कार का संकट
बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में दिसम्बर से शुरू होने वाली वार्षिक परीक्षा पर बहिष्कार के बादल मंडराने लगे हैं। छात्र परीक्षा का बहिष्कार कर सकते हैं। विवि प्रशासन परीक्षा की तैयारियों में जुटा है जबकि विद्यार्थी बहिष्कार को सफल बनाने की रणनीति बना रहे हैं। उनको उन प्रश्नों के लिखित जवाब का इंतजार है, जिसके समाधान के आश्वासन पर उन्होंने धरना समाप्त किया था। छात्र कक्षाओं का बहिष्कार कर रहे हैं। इससे संकाय में पठन-पाठन ठप है। विश्वविद्यालय का खुफिया तंत्र भी छात्रों की गतिविधियों पर नजर जमाए हुए है।
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- Web Title:Letter to President and Prime Minister against appointment of Dr Feroz Khan in BHU